आकाश गोला – संघर्ष से सफलता तक का सफर
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के छोटे से कस्बे कोसी कलां में एक साधारण और गरीब परिवार में जन्मे आकाश गोला जी का जीवन बचपन से ही कठिनाइयों से भरा रहा। जब वे बहुत छोटे थे, तभी उनके पिताजी का देहांत हो गया। उस पल से मानो कठिनाइयों का पहाड़ उनके जीवन पर टूट पड़ा। घर की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी, लेकिन आकाश जी ने हार मानने की बजाय जिम्मेदारियों का बोझ अपने कंधों पर उठा लिया।
सिर्फ 12 साल की उम्र में उन्होंने काम करना शुरू कर दिया। अपने शौक, सपनों और मस्ती को त्यागकर उन्होंने मेहनत और संघर्ष की राह चुन ली। सरकारी स्कूल से पढ़ाई करते हुए वे अक्सर सोचते थे – “पता नहीं मैं अपने सपनों को कैसे पूरा कर पाऊंगा…” क्योंकि पढ़ाई में भी बहुत अच्छे नहीं थे और घर की हालत भी बहुत खराब थी।
लेकिन उनके भीतर एक सपना हमेशा जीवित था – “कुछ ऐसा करना है कि पूरा भारत मुझे जाने और पहचानें।”
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डायरेक्ट सेलिंग से जीवन का नया अध्याय
जब वे दसवीं कक्षा में थे, तभी उनके जीवन में डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस आया। उन्होंने इसे गहराई से समझा, रिसर्च की और महसूस किया कि यह इंडस्ट्री उनके जीवन को बदलने का ईश्वर प्रदत्त अवसर है। पैसों की तंगी के बावजूद उन्होंने किसी तरह बिजनेस शुरू किया और सीखना प्रारंभ किया। शुरुआत में लोगों ने हतोत्साहित किया, मना किया, आलोचना की – लेकिन आकाश जी को पूरा विश्वास था कि उनका रास्ता सही है। उन्होंने लगातार मेहनत जारी रखी। कुछ महीनों के भीतर ही उनका बिजनेस तेजी से बढ़ने लगा और देखते-देखते उनका नेटवर्क भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों तक फैल गया। जिस कंपनी से उन्होंने शुरुआत की थी, उसमें हर हफ्ते इनकम होती थी। और आकाश जी ने एक-एक सप्ताह में 2 लाख से अधिक की कमाई करके दिखा दी।
एक कमरे और साइकिल से सपनों की उड़ान
एक छोटे से कमरे और एक साधारण साइकिल से शुरू हुआ यह सफर, आज शानदार ऑफिस, कारों, और सपनों के घर तक पहुंच चुका है। वह कहते हैं – “अगर मैं जीरो से यहां तक आ सकता हूं तो कोई भी व्यक्ति इस इंडस्ट्री से मुझसे भी ज्यादा नाम कमा सकता है।”
आज आकाश जी लाखों लोगों को शिक्षित कर रहे हैं। सोशल मीडिया और अपने कार्यक्रमों के माध्यम से वे युवाओं और लोगों को सफल जीवन जीने का मार्ग दिखा रहे हैं।
उनका मानना है कि –
👉 जिंदगी में कोई भी काम मुश्किल नहीं है।
👉 मुश्किल सिर्फ डिसीजन लेना होता है।
👉 अगर उस समय मैंने डायरेक्ट सेलिंग के अवसर को ठुकरा दिया होता तो आज यहां न होता।
सपनों को सच करने वाला सफर
आज वे वही जीवन जी रहे हैं जिसका उन्होंने बचपन में सपना देखा था –
जहां उनके शब्दों की कीमत है।
जहां उनके पास खुद का ऑफिस है।
जहां लाखों की इनकम है।
जहां संघर्ष का दौर पीछे छूट चुका है और जीवन खुशियों से भरा हुआ है।
कभी 10 रुपये की चाय पीने के लिए भी पैसे नहीं होते थे, और आज 5 स्टार होटलों में बैठकर जीवन का आनंद लेते हैं।
लेकिन उनका सबसे बड़ा सपना अब भी बाकी है –
“मरने से पहले कम से कम 1 करोड़ लोगों की जिंदगी बदलना और उन्हें सफल बनाना।”
प्रेरणा का स्रोत – बड़े भाई
अपनी सफलता का श्रेय आकाश जी अपने बड़े भाई श्री राजू कुमार जी को देते हैं।
वे कहते हैं –“अगर मेरे जीवन में मेरे भाई न होते तो शायद मैं यहां तक कभी नहीं पहुंच पाता। कदम-कदम पर उन्होंने मेरा साथ दिया है और मैं आज जो भी हूं, उसमें उनका बहुत बड़ा योगदान है।”
निष्कर्ष
आकाश गोला जी का जीवन इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि चाहे हालात कितने भी कठिन क्यों न हों, अगर सपनों को पाने का जज्बा और मेहनत करने की हिम्मत हो, तो कोई भी इंसान शून्य से शुरू करके सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंच सकता है।
उनकी कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो हालात से हार मान बैठा है।
आकाश जी कहते हैं –👉 “शुरुआत करो… सब काम सीखा जा सकता है। अगर मैं कर सकता हूं तो कोई भी कर सकता है।”